शनिवार, 23 दिसंबर 2017

रोहित बन गये भारत में t20 के सबसे तेज़ शतक बनाने वाले बल्लेबाज

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भारत के रोहित ने बैटिंग में तहलका मचा दिया उन्होंने श्रीलंका के छक्के छुड़ा दिए है। रोहित ने दक्षिण अफ्रीका धांसू बल्लेबाज डेविड मिलर की बराबरी कर दी है।
दक्षिण अफ्रीका के धांसू बल्लेबाज डेविड मिलर ने बांग्लादेश के खिलाफ केवल 35 गेंदों पर शतक बनाकर टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज सैकड़े का नया रिकार्ड बनाया। मिलर ने 36 गेंदों पर सात चौकों और नौ छक्कों की मदद से नाबाद 101 रन बनाये और इस बीच केवल 35 गेंदों पर शतक बनाकर हमवतन रिचर्ड लेवी के 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाये गये 45 गेंदों में शतक के रिकार्ड को तोड़ा। मिलर का साथ दे रहे है रोहित शर्मा जिन्होंने 35 गेंदों 101 रन बनाये ।इन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 22 दिसम्बर 2017 को बनाया है। जिसमे रोहित 11 चौके और 8 छक्के मारे है।भारत का t20 सबसे टॉप के बल्लेबाज बन गए ।

गुरुवार, 21 दिसंबर 2017

आश्रय प्रदान करने वाली ताजे पानी की सबसे बड़ी झील

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लोकटक झील पूर्वोत्तर की ताजे पानी की सबसे बड़ी झील है। लोकटक झील की फ्लोटिंग प्रकृति के कारण इसको 'फ्लोटिंग लेक' कहा जाता है। यह विशेष झील इम्फाल से करीब 53 की.मी. दूर विशुपुर जिले में स्थित है। इसके निरंतर बहते रहने के कारण इसे स्थानीय भाषा में 'फ़्यूमिड्स' कहते हैं। फ़्यूमिड्स के चारों तरफ की मिट्टी अत्यंत उपजाऊ होती है।यह लगभग 300 वर्गमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई है।इसका उपयोग बहुत बड़ी संख्या में लोगों की जीविका के रूप में किया जा रहा है। यह जल ,बिजली के उत्पादन, सिंचाई तथा आस-पास के क्षेत्रों में पीने योग्य जल की आपूर्ति तथा विभिन्न मछुआरों के लिए आमदनी का स्रोत है। लोकटक झील जैवविविधता की दृष्टि से अत्यंत सम्पन्न है।लोकटक झील जैवविविधता की दृष्टि से अत्यंत सम्पन्न है। यह जल में पाए जाने वाले पक्षियों एवं जीव जन्तुओं के लिए एक विशेष आश्रय प्रदान करती है।

मंगलवार, 12 दिसंबर 2017

कान के ऊतक से बने शुक्राणुओं से दूर होगी नपुंसकता

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ब्रिटेन के फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने कान के ऊतकों से शुक्राणु कोशिकाएं बनाने में सफलता पाई है। इस तकनीक के जरिए पुरुषों में नपुंसकता की समस्या का निदान सम्भव होगा।साइंस जर्नल में प्रकाशित इस शोध में शोधकर्ताओं ने अतिरिक्त क्रोमोसोम को अलग कर स्वस्थ बच्चे पैदा करने की संभावनाएँ जगाई हैं। यही अतिरिक्त क्रोमोसोम ही पुरुषों में नपुंसकता का कारण होता है।
शोधकर्ताओं ने 2 एक्स 1 वाई और 1 एक्स  2 वाई क्रोमोसोम वाले चूहे के कान के ऊतकों का छोटा हिस्सा लिया। उससे फाइब्रोब्लास्ट नामक कोशिकाएँ निकलीं।फिर उन्होंने फाइब्रोब्लास्ट को मूल कोशिकाओं में बदला । इस प्रक्रिया में उन्हें अतिरिक्त क्रोमोसोम के स्वतः गायब हो जाने की जानकारी मिली।
शोधकर्ताओं के अनुसार अगर यह तकनीक 2 एक्स 1 वाई और 1 एक्स 2 वाई क्रोमोसोम वाले पुरुषों में सुरक्षित रूप में इस्तेमाल की जाए तो इसकी मदद से वह बच्चे पैदा कर सकने में सक्षम होंगे। अभी तक शरीर से बाहर परिपक्व शुक्राणु बनाने की कोई भी तकनीक नहीं है। लेकिन इस शोध में ऐसा करने की कोशिश की गई।

शुक्रवार, 8 दिसंबर 2017

एक रुपये के नोट से सम्बंधित प्रमुख तथ्य

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•    30 नवंबर 1917 को पहली बार प्रिंट किए गये ।
•    एक रुपये के नोट पर ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की                    तस्वीर छपी थी ।
•    वर्ष 1917 से 1927 तक 125 प्रकार के 1 रुपये के नोट प्रिंट किये गये ।
•    1 रुपये के इस नोट का डिजाईन पिछले 100 वर्षों में 28 बार परिवर्तित किया गया ।
•    पहली बार छपकर आये 1 रुपये के नोट पर तीन वित्त सचिवों एम एम एस गब्बे, एसी मैकवाटर्स तथा एच डेनिंग के हस्ताक्षर थे।
•    स्वतंत्रता के पश्चात् 1 रुपये के नोट पर जॉर्ज पंचम के स्थान पर अशोक चिन्ह प्रकाशित किया जाने लगा।
•    1947 से अब तक 18 वित्त सचिवों के हस्ताक्षर वाले एक रुपये के नोट जारी किए गए हैं।
•    अन्य नोटों की तरह इसे भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नहीं बल्कि सीधे भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता है।
•    कानूनी आधार पर 1 रुपये का नोट ही वास्तविक ‘मुद्रा’ नोट (करेंसी नोट) है बाकी सभी नोट धारीय नोट (प्रॉमिसरी नोट) होते हैं जिस पर धारक को उतनी राशि अदा करने का वचन दिया गया होता है।

सोमवार, 4 दिसंबर 2017

वह कौन सा जानवर था जिससे सबसे पहले अंतिरिक्ष यात्रा की

नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत है । आज का हमारा टॉपिक हैं कि वह कौन-सा जानवर था जिसने अंतिरक्ष का सफर तय किया।
3 नवम्बर, 1957 को रूस ने अपना दूसरा उपग्रह 'स्पूतनिक-2' अंतिरक्ष में भेजा । इस उपग्रह में 'लइका' नामक कुतिया सवार थी ।लाइका कुत्तिया मोस्को की गलियों से लायी गयी थी । लाइका को इस काम के लिए एक अलग से ट्रेनिंग दी गयी थी । ताकि वह वहा पर बिना किसी परेशानी से पहुच सके। यह लिटिल लाइका मिशन अंतरिक्ष में किसी जिव के रहने वाले प्रभावों को जानने के लिए था । इसलिए लाइका जीवित नही रहेगी इसकी उम्मीद कम थी । उपग्रह की 54 परिक्रमाओं तक वह जीवित रही और उड़ान भरने के 100 घंटे बाद वह मर गई। इससे इस बात का प्रमाण मिल गया कि अंतिरक्ष की भारहीन परिस्थितियों में आदमी रह सकता है।

दुनिया में एक देश ऐसा है कि जिसका राष्ट्रीय ध्वज न चौकोर है और न ही आयताकार। इसके राष्ट्रीय ध्वज की क्या विशेषतायें हैं

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